राजकीय महाविद्यालय,
बरवाला (हिसार)
की स्थापना
अगस्त 2008 में
हरियाणा सरकार
द्वारा क्षेत्र
के ग्रामीण
एवं अर्ध-शहरी
विद्यार्थियों को
गुणवत्तापूर्ण, सुलभ
और आधुनिक
उच्च शिक्षा
उपलब्ध कराने
के उद्देश्य
से की
गई। कॉलेज
का आरंभ
पंजाबी धर्मशाला
के दो
कक्षों से
हुआ, जिसके
बाद वर्ष
2011–12 में इसे
सी.एच.सी.
बरवाला के
नर्सिंग-स्कूल
भवन में
स्थानांतरित किया
गया।
महाविद्यालय के
विकास का
महत्वपूर्ण चरण
सितंबर 2014 में
आया, जब
संस्थान को
इसके नवनिर्मित,
विस्तृत और
आधुनिक तीन-मंजिला
भवन में
स्थानांतरित किया
गया। लगभग
16 एकड़ क्षेत्र
में फैले
इस परिसर
में स्मार्ट
कक्षाएँ, उन्नत
लैब्स, भाषा
एवं कॉमर्स
प्रयोगशाला, कंप्यूटर
लैब, समृद्ध
एवं वातानुकूलित
पुस्तकालय, बहुउद्देशीय
हॉल, खेल
मैदान, खुले
मंच, सौर
ऊर्जा संयंत्र,
सीसीटीवी एवं
अग्निशमन सुरक्षा
जैसी अत्याधुनिक
सुविधाएँ उपलब्ध
कराई गईं।
स्थापना के
समय Arts और
Commerce स्ट्रीम से
प्रारम्भ हुआ
यह संस्थान
समय के
साथ शैक्षणिक
विस्तार करते
हुए Science stream, M.Com,
BBA और PGDCA जैसे
पाठ्यक्रमों को
शामिल कर
एक पूर्ण
मल्टी-स्ट्रीम
उच्च शिक्षा
संस्थान के
रूप में
विकसित हो
चुका है।
हर वर्ष
लगभग 1200 विद्यार्थी
यहाँ अध्ययन
करते हैं,
जिनके मार्गदर्शन
हेतु अनुभवी
व समर्पित
शिक्षकों और
कर्मचारियों की
टीम निरंतर
सक्रिय रहती
है।
शैक्षणिक उत्कृष्टता,
खेल उपलब्धियों,
सांस्कृतिक गतिविधियों
और सामाजिक
उत्तरदायित्व के
क्षेत्र में
कॉलेज ने
विशिष्ट पहचान
बनाई है।
एनएसएस इकाई
द्वारा किए
गए उत्कृष्ट
रक्तदान कार्य
के लिए
महाविद्यालय को
हरियाणा के
राज्यपाल द्वारा
“अधिकतम रक्त
यूनिट संग्रह
करने वाला
सरकारी संस्थान”
के रूप
में राज्य-स्तरीय
पुरस्कार से
सम्मानित किया
गया है।शैक्षणिक उपलब्धियों की दृष्टि से कॉलेज विशेष रूप से सफल रहा है।
Commerce विभाग के कई विद्यार्थियों ने विभिन्न वर्षों में विश्वविद्यालय स्तर पर टॉप कर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। ये उपलब्धियाँ संकाय सदस्यों के कुशल मार्गदर्शन एवं विद्यार्थियों की निरंतर मेहनत का परिणाम हैं, जिन्होंने कॉलेज की शैक्षणिक प्रतिष्ठा को और मजबूत किया है।
महाविद्यालय की
रचनात्मक और
शैक्षणिक गतिविधियों
का सशक्त
मंच महाविद्यालय
पत्रिका ‘हंसवाहिनी’
है, जिसका
पहला प्रिंट
संस्करण वर्ष
2013–14 में प्रकाशित
किया गया
था। तकनीकी
उन्नति और
डिजिटलीकरण को
बढ़ावा देते
हुए संस्थान
ने पहला
e-Magazine वर्ष 2024–25 में
जारी किया,
जो महाविद्यालय
की आधुनिकता
और नवाचार
का प्रतीक
है।
संस्थान की
शैक्षणिक परिपक्वता
और निरंतर
प्रगति का
प्रमाण इसका
सफल पहला
दीक्षांत समारोह
(2020) और दूसरा
दीक्षांत समारोह
(2024) है।
आज राजकीय
महाविद्यालय, बरवाला
आधुनिक अवसंरचना,
अनुशासन, सांस्कृतिक
एवं खेल
गतिविधियों, गुणवत्तापूर्ण
शिक्षण और
सामाजिक सेवा
के लिए
एक प्रतिष्ठित
संस्थान के
रूप में
क्षेत्र के
विद्यार्थियों के
सर्वांगीण विकास
हेतु निरंतर
अग्रसर है।